
नरसिंहपुर(Sandeep kumar) :- म प्र आदिवासी विकास परिषद एवं आदिवासी समाज उत्थान परिषद नरसिंहपुर के बैनर तले माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी मध्यप्रदेश शासन भोपाल के नाम कलेक्टर प्रतिनिधि श्री संजय मसराम तहसीलदार नरसिंहपुर को सौपे ज्ञापन में बताया गया है कि शेढ़ सिंचाई काम्पलेक्स सिंचाई परियोजना अन्तर्गत बांध का निर्माण होने जा रहा है जिसमें तहसील गोटेगाँव के ग्राम बरगड़ा, पिपरिया शेढ़, रोहिया पटी, और तहसील नरसिंहपुर के ग्राम घोघरा, जेरा, सालीवाड़ा क्षेत्र के अलावा सिवनी जिले के लखनादौन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के किसान प्रभावित होंगे। भू अर्जन होने से जीवनयापन संकट में होगा। जो कि इनकी एक मात्र जीविका का साधन है। उपरोक्त निर्माण होने जा रहे बांध को तत्काल निरस्त कर ग्रामवासियों ने विस्थापित होने से बचाने की गुहार लगाई।
आदिवासी समुदाय इस Salibada Dam Project बांध परियोजना को अपनी एकमात्र जीविका के साधन के विनाश के रूप में देख रहे हैं
ज्ञापन में मुख्य चिंता भू-अर्जन के परिणामस्वरूप स्थानीय निवासियों की आजीविका पर आने वाले संकट की है, जो उनकी कृषि भूमि के अधिग्रहण के कारण उत्पन्न होगी। प्रभावित किसान और आदिवासी समुदाय इस बांध परियोजना को अपनी एकमात्र जीविका के साधन के विनाश के रूप में देख रहे हैं और इस कारण परियोजना को निरस्त करने की गुहार लगा रहे हैं।यह मांग तात्कालिक रूप से विस्थापन के डर से प्रेरित है, और ज्ञापन में इस बात पर बल दिया गया है कि इस प्रकार के विकास कार्यों से स्थानीय समुदायों के आर्थिक और सामाजिक ताने-बाने पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
ज्ञापन सौपने वालों में परिषद से रामलाल उईके जिलाध्यक्ष,रेवाराम उईके वरिष्ठ समाजसेवी, बाबूलाल इरपाचे, कंछेदी लाल बरकड़े,जे.एस.धुर्वे प्रदेश अध्यक्ष (युवा प्रकोष्ठ) गोंड समाज महासभा म प्र, राज कुमार पंद्रे जिलाध्यक्ष म प्र आदिवासी विकास परिषद नरसिंहपुर, तुलसीराम परते सचिव, धर्मदास धुर्वे के अलावा प्रभावित होने वाले ग्रामों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।