गुंदरई में जन समस्या शिविर का आयोजन
नरसिंहपुर- कलेक्टर नरसिंहपुर के आदेशानुसार जिले में “प्रशासन गांव की ओर” अभियान का आयोजन दिनांक 19 दिसंबर 2025 से 25 दिसंबर 2025 तक किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्राम स्तर पर व्याप्त विभिन्न समस्याओं का त्वरित निराकरण करना है, ताकि ग्रामीणों को अपनी समस्याओं के समाधान हेतु कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। इस अभियान के अंतर्गत ग्राम मुख्यालयों में विशेष समस्या समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जहां ग्रामीण अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। इन शिविरों में शासन, प्रशासन एवं स्थानीय पंचायत कर्मियों की उपस्थिति में समस्याओं का मौके पर ही निराकरण अथवा शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया जा रहा है।
गुंदरई में जन समस्या शिविर का आयोजन
इसी क्रम में दिनांक 19/12/2025 को ग्राम गुंदरई, तहसील गोटेगांव में जल समस्या शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ग्राम के अनेक ग्रामीण अपनी-अपनी समस्याओं के आवेदन लेकर पहुंचे। प्रशासन की ओर से नोडल अधिकारी श्री रंजीत पटेल द्वारा शिविर का संचालन किया गया।श्री पटेल ने ग्रामीणों से प्राप्त आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए सभी समस्याओं के शीघ्र निष्पादन का आश्वासन दिया।
अतिक्रमण और मृत पशु निस्तारण बनी प्रमुख समस्या
शिविर में प्रस्तुत आवेदनों में अतिक्रमण की समस्या प्रमुख रूप से सामने आई। इसके अतिरिक्त एक पुरानी और गंभीर समस्या भी उजागर हुई, जो ग्राम के शनि मंदिर और श्मशान घाट के बीच स्थित चरण भूमि से संबंधित है। यहां आज भी मृत पशुओं को फेंका जा रहा है, जबकि अब इस क्षेत्र में लोगों का निवास हो चुका है। मृत पशुओं के अवशेषों से फैलने वाली गंदगी और दुर्गंध के कारण स्थानीय निवासी भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा इस समस्या को लेकर विशेष आवेदन प्रस्तुत किया गया।
प्रशासन ने दिया समाधान का भरोसा
नोडल अधिकारी रंजीत पटेल ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि इस समस्या का समाधान शासन, प्रशासन एवं स्थानीय पंचायत के सहयोग से करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को इस गंभीर परेशानी से राहत मिल सके।
कार्यक्रम में रहे सरपंच जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद
इस शिविर में ग्राम सचिव सुरजीत सिंह राजपूत, सचिव हुकम सिंह पटेल, सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह पटेल, दीपक रजक, धनीराम साहू सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी के सहयोग से शिविर का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
सवाल वही: समाधान होगा या औपचारिकता बनकर रह जाएगा?
हालांकि इस प्रकार के अभियान शासन और प्रशासन द्वारा समय-समय पर आयोजित किए जाते रहे हैं, लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी कि ग्रामीणों द्वारा उठाई गई समस्याओं का वास्तविक और स्थायी समाधान होता है या फिर ये आयोजन केवल औपचारिकता बनकर रह जाते हैं।





